Natarang Pratishthan Documentation Catalogue
Searching for "राजिन्दर नाथ" ... - Books (30)
Displaying records 16 - 20 of 30. Serial No: 16 Title: पहला रंग Writer/Editor: देवेन्द्र राज अंकुर Publisher/Place: राजकमल प्रकाशनए दिल्ली Year: 21/06/1905 Source/Accession No: न0 प्र0 / 1546 Description/Notes: प्रष्ठ.30(भारतीय रंगकर्मः प्रयोग और परीक्षण की अर्धशती)ः - भारतीय रंगमंच की चतुर्मुखी तस्वीर के पहले रूख को उजागर करने में राजिन्दर नाथ का नाम सम्मिलित होने का उल्लेख। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serial No: 17 Title: आधुनिक हिन्दी नाट्यालोचन: नयी भुमिका Writer/Editor: नरनारायण राय Publisher/Place: वाणी, दिल्ली Year: 29/05/1905 Source/Accession No: दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी/ 946089 Description/Notes: गिरीश करनाड के नाटक ’हयवदन’ की राजिन्दर नाथ द्वारा प्रस्तुति का उल्लख। पृ- 155, मूल्य- 25/- Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serial No: 18 Title: तीसरा पाठ: चार दशक की नाट्य प्रस्तुतियाँ Writer/Editor: नेमिचन्द्र जैन Publisher/Place: वाणी, दिल्ली Year: 10/06/1905 Source/Accession No: न.प./22107 Description/Notes: पृ.- 23 (नाटककार और निर्देशक): राजिन्दर नाथ के निर्देशन में ’अभियान’ द्वारा प्रस्तुत ललित सेहगल के नाटक ’हत्या एक आकार की’ प्रंस्स्तति उल्ललेखनीय। लेखक के मत से कठिन विषय वस्तु के वावजूद नाटक कलात्मक सर्जनात्मक स्तर तक नहीं पहुँचता। हाँ उसमें शब्दों का संयम है, बनावट और सजावट का अभाव भी। पृ.- 36 (मीता की कहानी): दिल्ली में राजिन्दर नाथ के निर्देशन में अभियान द्वारा विजय तेंदुलकर के नाटक ’मित्रांची गोष्ठ’ हिन्दी में ’मीता की कहानी’ नाम से प्रस्तुत। नाटक देखकर लेखक के मन मं तीखी प्रतिक्रिया होने का उल्लेख। पृ.- 212 (दो बहुर्चिचत नाटक): राजिन्दर नाथ के निदैशन में अभियान द्वारा गोविन्द देशपांडे का ’उध्वस्त धर्मशाला’ और श्रीराम सेन्टर रंगमंडल द्वारा विजय तेन्दुलकर का ’सखाराम बाइंडर’ 1984 में प्रस्तुत। उध्वस्त धर्मशाला राजिन्दर नाथ ही सात वर्ष पूर्व कर चुके थे। पृ.- 213 लेखक के अनुसार कार्य व्यापार के चलविन्दु पर किसी हद तक भाव तीव्रता की कमी के वावजूद नाटक गठन में कसावट और भाषा में चुस्ती तथा वाक्-विदग्धता। पृ.- 130 (महत्वपूर्ण नाट्य रचना): अभियान ने राजिन्दी नाथ के निर्देशन में विजय तेंदुलकर के नाटक ’कन्यादान’ के वसंत देव के अनुवादति हिन्दी रूपान्तर को 1985 में प्रस्तुत किया। पृ- 132 राजिन्दर नाथ की कन्यादान प्रस्तुति सदा, संयमित पर कसी हुइ्र और प्रभावी होने का उल्लेख। पृ.- 176 (नये आयाम की शुरूआत): 1971 में राजिन्दर नाथ के निर्देशन में अभियान द्वारा विजय तेन्दुलकर के ’पंछी ऐसे आते हैं’ प्रस्तुति में कुशल निर्देशन, निर्देश समयन, गति विधान तथा समूहन और रंगचर्चा में सटीक ब्योरों का संयोजन होने का उल्लेख। पृ.- 196 (रोचक और महत्वपूण्र): 1972 में अभियान द्वारा राजिन्दर नाथ के निर्दशन में मोहित चट्टोपाध्याय का सान्त्वना निगम अनुुदित ’गिनी पिग’। निर्देशक द्वारा नाटक के अंत को बदलकर उसके पूरे अर्थ को बुनियादी तौर पर उलट देने का उल्लेख। पृ.- 220 (बहुभाषा नाट्य समारोह और कुछ नये प्रयोग): अभियान द्वारा राकेश स्मृति नाटक समारोह में राजिन्दर नाथ के निदेैशन में ’लहरों के राजहंस’ प्रस्तुत। प्रदर्शन में स्वच्छता, सूक्ष्मता, गति तथा भंगिमा की मितव्ययता और एकाग्रता का उल्लेख। पृ.- 226 (अलग अलग रूझानों के नाटक): राजिन्दर नाथ के निर्देशन में 1976 में अभियान द्वारा विजय तेंन्दुलकर की ’घासीराम कोतवाल’ प्रस्तुति उत्तेजक होने तथा उनके पश्चिमी शैली के नाटकों के संवेदनशील निर्देशक होने का उल्लेख। प्रस्तुति कल्पनाशील ढं़ग से संयोजित। पृ.- 237 (नाटक नए और पुराने): श्रीराम कला संस्कृति केन्द्र द्वारा आयोजित अखिल भारतीय बहुभाषा नाटक समारोह में राजिन्दर नाथ के निर्देशन में भीष्म साहनी के नाटक् ’हानूश’ की प्रस्तुुति उल्लखनीय। लेखक के मत से यह प्रस्तुति नाटक की पूरी संभावनाओं को उभार न सकी। पृ.- 240 (नाटक नए और पूुराने): राजिन्दर नाथ के निर्देशन में अभियान द्वारा किए गये ’ उध्वस्त धर्मशाला’ का उल्लेख। पृ.- 155, मूल्य- 25/- Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serial No: 19 Title: दृश्य-अदृश्य, संस्कृति ओर रंगमंच के ज्वलंत प्रश्नों की पड़ताल Writer/Editor: नेमिचन्द्र जैन Publisher/Place: वाणी, दिल्ली Year: 16/06/1905 Source/Accession No: न.प./2412 Description/Notes: पृ.- 115 (निर्देशन के नए आयाम): नेमि जी के अनुसार अलग अलग निर्देशकें ने अपनी रूचि और जरूरतों के अनुसार एक ही नाटक को अलग अलग तरह से प्रस्तुत किया जैसे राजिन्दर नाथ ने मोहन राकेश के नाटक आधे अधूरे में कथ्य के अलग पक्ष पर जोर दिया। पृ.- 117 (निर्देशन के नए आयाम): नेमि जी के अनुसार रंगमंच में प्राचीन परम्परा के अनुसार ही संगीत, नृत्य, कविता, गीत, संवाद, अभिनय सभी को समन्वित करने की कोशिश बढ़ रही है इसी कारण संगीत प्रधान नाटकों, संगीतज्ञों की संख्या बढ़ रहीं हे। राजिन्दर नाथ जेसे निर्देशक भी अपने प्रदर्शनों में गीत और लयबद्धता का प्रयोग करते हैं। पृ.- 158 (अनुदित नाटक क्यों और क्यों नहीं ): रंग आन्दोलन देश के हिन्दी भाषी केन्दों के महानगरों में शुरू हुआ तो हिन्दी रंगमंचीय नाटकों की कमी और तीव्रता से महसूस हुई जब राजिन्दर नाथ जैसे नए भावबोध और नयी दृष्टि वाले निर्देशकों का ध्यान हिन्दी रंगमंच की ओर आकषित हुआ। पृ.- 264, मूल्य- 190/- Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serial No: 20 Title: रंग परम्पराः भारतीय नाट्य में निरन्तरता और बदलाव Writer/Editor: नेमिचन्द्र जैन Publisher/Place: वाणी प्रकाशनए दिल्ली Year: 18/06/1905 Source/Accession No: न0 प्र0 / 2411 Description/Notes: प्रष्ठ.64(अन्वेषण)ः - राजिन्दर नाथ निर्देशित ”घासीराम कोतवाल” (विजय तेन्दुलकर) हिन्दीए अभियानए दिल्ली की फोटो। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
- Newspaper Clippings (77)
Displaying records 1 - 5 of 77. Serial No: 1 Writing Form/Subject: रपट Writer: अजित राय Title: रंगमंच पर दलित विमर्श Name of the Play/Event: कन्यादान Newspaper Name: जनसत्ताए नई दिल्ली Language: हिन्दी Date: 11/04/2008 Source: न0 प्र0 Description/Notes: 1983 में विजय तेन्दुलकर लिखित नाटक कन्यादान का 10 सितम्बर 1985 में राजिन्द्र नाथ के निर्देशन में मंचन पुनः श्री राम सेन्टर रंगमंडल द्वारा रबिजिता गोगोई के निर्देशन में मंचन। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serial No: 2 Writing Form/Subject: लेख Writer: अजित राय Title: थियेटर को समृद्ध किया है मीडिया ने Newspaper Name: राष्ट्रीय सहारा, नई दिल्ली Language: हिन्दी Date: 11 मार्च, 2003 Source: न॰प॰ Description/Notes: भारत रंग महोत्सव समापन के अवसर पर दर्शकों के सवालों के जबाब दिये राजिन्दर नाथ ने। समापन समारोह पर केन्द्र्रित लेख। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serial No: 3 Writing Form/Subject: साक्षात्कार Writer: कुमार विजय Title: हजारों-लाखों लोगों को प्रभावित कर सकने वाला रंगमंच ’कला’ नहीं रह पाएगा Newspaper Name: नवभारत टाइम्स Language: हिन्दी Date: 26 फरवरी, 1984 Source: न॰प॰ Description/Notes: समकालीन हिन्दी रंगमंच की स्थिति पर राजिन्दर नाथ से बातचीत। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serial No: 4 Writing Form/Subject: रपट Writer: जयदेव तनेजा Title: परम्परा और प्रयोग: वर्तुलाकार रंग-यात्रा Newspaper Name: हिन्दुस्तान Language: हिन्दी Date: 26 अगस्त, 1995 Source: न॰प॰ Description/Notes: राजिन्दर नाथ के रंगप्रयोग ने रंगकर्म को दृश्यबन्ध की यथार्थवादी अवधारणा से आजाद कर दिया। समय और जरूरत के मुताबिक रंगदृष्टी में हो रहे परिवर्तन पर रपट। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serial No: 5 Writing Form/Subject: साक्षात्कार Writer: महेश आलोक Title: मेरे लिए टेक्स्ट की भाषा अहम है Newspaper Name: सन्डे Language: अंग्रेजी Date: 12 फरवरी, 1991 Source: न॰प॰ Description/Notes: रंग शिल्प, भारतीय नाटक ही करने का संकल्प, आदि विषयों पर बातचीत। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
- Periodicals (66)
Displaying records 1 - 5 of 66. Serail No: 1 Writing Form: समीक्षा Writer: अण् मिण् Title: बगिया बांछाराम की Journal: दिनमानए साप्ताहिकए नई दिल्लीए टाइम्स ऑफ इंडिया Language: हिन्दी Date: 28 फरवरी - 6 मार्चए 1982 Page: 40 - 41 Source: न0 प्र0 / 1822 Description/Notes: राजिन्दर नाथ के निर्देशन में ”बगिया बांछा राम की” नाटक दिल्ली के श्री राम सेन्टर के तलघर में अभियान द्वारा प्रस्तुति की समीक्षा। फोटो सहित। यह नाटक मानवीय संबंधो के विचित्र्य को इसमें मजेदार ढंग से प्रस्तुत किया गया। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serail No: 2 Writing Form: प्रदर्शन सूचना Title: अभियान, दिल्ली की प्रस्तुति नाट्यकेन्द्रों से (दिल्ली) Journal: नाट्यवार्ता, कलकत्ता Language: हिन्दी Date: जनवरी- फरवरी, 1978 Volume: 16-17 Page: 20 Source: न.प./216 Description/Notes: अरिस्टोफिनीस के नाटक ’लिसिसट्रेटा’ का अनुवाद व निर्देशन राजिन्दर नाथ द्वारा। संगीत- मोहन उप्रेती, प्रकाश- सितांशु मुखर्जी, मंच- अशोक भट्टाचार्य। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serail No: 3 Writing Form: लेख Writer: प्रोण् एण् अच्युचतन Title: विश्व मंच तक हिन्दी नाटक और रंगमंचः त्रिआयामी यात्राऐंण्ण्ण् Journal: बहुवचनए त्रैमासिकए हिन्दीए वर्धा(महाराष्ट्र) Language: हिन्दी Date: जनवरी - मार्चए 2008 Volume: 17/01/1900 Page: 20 Source: न0 प्र0 / Description/Notes: अभियान के माध्यम से राजिन्दर नाथ ने भारतीय भाषाओं से अनुदित नाटकों की प्रस्तुति का आधार बनाया। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serail No: 4 Writing Form: समीक्षा Writer: कार्तिक अवस्थी Title: भोपाल में सात दिनः एक नाट्य.समारोह और कुछ पूर्वग्रहयुक्त प्रतिक्रियाएँ। Journal: छायानटए उ0 प्र0 संगीत नाटक अकादमीए लखनऊ। Language: हिन्दी Date: जनवरी - मार्चए 1978 Volume: 03/01/1900 Page: 84 Source: न0 प्र0 / 187 Description/Notes: भोपालए ”म0 प्र0 कला परिषद्“ की रजत जयंती के अवसर पर नाट्य.समारोह ”रजतरंग“ के आयोजन में राजिन्दर नाथ के निर्देशन में यूनानी कामदी “लिसिसट्राटा“ का प्रदर्शन। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Serail No: 5 Writing Form: रपट Writer: कीर्ति जैन Title: किसी फूल का नाम लो- नाटक और प्रदर्शन Journal: नटरंग, त्रैमासिक, दिल्ली Language: हिन्दी Date: जनवरी- मार्च, 1970 Volume: वर्ष-4, अंक-13 Page: 53 Source: न.प. Description/Notes: किसी फुल का नाम लो’ पर केन्द्रित लेख। दिल्ली में इस नाटक का प्रदर्शन राजिन्दर नाथ के निदेशन में हुआ था। Director/Actor being documented: राजिन्दर नाथ
Total records found: 173
|